महीने की शुरुआत से पहले ही कुछ नियम बदल जाते हैं। जहाँ पेट्रोल, CNG, LPG गैस आदि की कीमतें रिवाइज होती हैं, वहीं मई के महीने में भी कई बड़े बदलाव होने वाले हैं, जो सीधे आम आदमी की जेब पर असर डाल सकते हैं। गैस सिलेंडर से लेकर फिक्स्ड डिपॉजिट तक, बैंकिंग सेवाओं में भी कई तरह के बदलाव देखने को मिल सकते हैं। आइए जानते हैं कि मई के महीने में कौन-कौन से बदलाव होंगे और इनका आम आदमी की जेब पर कितना असर पड़ सकता है? यह जानना आपके लिए बेहद ज़रूरी है ताकि आप अपनी आर्थिक योजनाएं उसी अनुसार बना सकें।
LPG गैस की कीमतों में बदलाव
हर महीने की शुरुआत से पहले तेल कंपनियां LPG गैस की कीमतों को रिवाइज करती हैं। ऐसे में, घरेलू गैस से लेकर कमर्शियल गैस तक के रेट्स में बदलाव होता है और महीने की पहली तारीख को गैस की कीमतों में बढ़ोतरी या कमी देखने को मिलती है। हालांकि, यह ज़रूरी नहीं है कि हर बार रेट ज़्यादा या कम ही हों। अप्रैल में घरेलू सिलेंडर की कीमत में ₹ 50 की बढ़ोतरी की गई थी, जिसने पहले ही आम आदमी की जेब पर बोझ डाला है। अब मई में फिर से कीमतों में बदलाव की आशंका है, जिससे रसोई का बजट और बिगड़ सकता है।
वेटिंग टिकट वालों के लिए बुरी खबर
भारतीय रेलवे की टिकट बुकिंग से जुड़े नियमों में बदलाव हो सकता है। मई के महीने से रेल यात्रियों के लिए टिकटों से जुड़े कुछ नए नियम लागू हो सकते हैं। खबरों के अनुसार, अब वेटिंग टिकट वाले यात्री स्लीपर और AC कोच में यात्रा नहीं कर पाएंगे। यह बदलाव लाखों यात्रियों की यात्रा योजनाओं पर बड़ा असर डाल सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो अक्सर बिना कंफर्म टिकट के यात्रा करते हैं।
अब हर ट्रांजैक्शन पर ज़्यादा शुल्क
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के नए नियमों के तहत, ग्राहकों को 1 मई से ATM से कैश निकालने पर ज़्यादा चार्ज देना होगा। मेट्रो शहरों में महीने में 3 बार तक कैश विड्रॉल फ्री है, लेकिन इसके बाद हर ट्रांजैक्शन पर लगने वाला शुल्क ₹ 21 से बढ़कर ₹ 23 हो जाएगा। यदि आप महीने में 3 से ज़्यादा बार ATM से पैसे निकालते हैं, तो अब आपको हर निकासी पर ₹ 23 तक चार्ज देना पड़ सकता है, जो सीधे आपके बैंक अकाउंट से काट लिया जाएगा। यह बदलाव उन लोगों के लिए महंगा साबित हो सकता है जो अक्सर ATM का इस्तेमाल करते हैं।
लोन लेना होगा महंगा
अगर आपका FD या सेविंग्स बैंक अकाउंट है, तो जान लीजिए कि 1 मई से लोन से जुड़े नियमों में बदलाव हो सकता है। दरअसल, RBI ने लगातार दो बार रेपो रेट में कटौती की है। ऐसे में, FD या सेविंग्स अकाउंट पर लिए जाने वाले लोन की ब्याज दरों पर असर पड़ सकता है। कई बैंकों ने पहले ही लोन की ब्याज दरों में बदलाव करना शुरू कर दिया है, और आने वाले दिनों में कुछ और बैंक भी ऐसा कर सकते हैं। इसलिए, अगर आप लोन लेने की सोच रहे हैं, तो नए नियमों के बारे में जानकारी रखना आपके लिए अहम है।
ग्रामीण बैंकों में भी होगा बड़ा बदलाव
ग्रामीण बैंकों में भी बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। RBI राज्य के सभी लोकल बैंकों को मिलाकर एक बड़ा बैंक बनाने की योजना पर काम कर रहा है। देश के 11 राज्यों में अलग-अलग ग्रामीण बैंकों को मिलाकर एक बड़ा बैंक बनाया जाएगा। इस कदम का मकसद ग्रामीण बैंकिंग प्रणाली को और मज़बूत करना है, लेकिन इससे ग्राहकों के लिए कुछ प्रक्रियाओं में बदलाव आ सकता है।
आम आदमी की जेब पर क्या होगा असर
अगर 1 मई से घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत बढ़ती है, तो यह आम लोगों के लिए महंगा साबित होगा और खर्च बढ़ जाएंगे। अप्रैल में ही घरेलू सिलेंडर ₹ 50 महंगा हो गया है। वहीं, रेपो रेट में कटौती के कारण लोन लेने वालों के लिए ब्याज दरों में बदलाव हो सकता है, जिससे EMI पर असर पड़ेगा। इसके अलावा, ATM से 3 बार से ज़्यादा कैश निकालने पर ज़्यादा चार्ज देना पड़ सकता है, जो आपकी जेब पर अतिरिक्त बोझ डालेगा। कुल मिलाकर, मई का महीना आम आदमी की जेब के लिए कुछ महंगे बदलाव लेकर आ सकता है, इसलिए आपको अपनी आर्थिक योजनाओं पर ध्यान देने की ज़रूरत है।