भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय के तहत काम करने वाली ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BoCA) ने सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज की सुरक्षा मंजूरी रद्द कर दी है। यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में लिया गया है। इस बड़े कदम से एयरपोर्ट सेवाओं पर क्या असर पड़ेगा और सेलेबी कंपनी क्या काम करती है, आइये जानते हैं विस्तार से।
कौन है सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज
सेलेबी एक तुर्की की कंपनी है जो भारत में ग्राउंड हैंडलिंग सेवाएं प्रदान करती है। यह कंपनी मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद सहित कई प्रमुख हवाई अड्डों पर बैगेज हैंडलिंग, रैंप सर्विस और कार्गो हैंडलिंग जैसी सेवाएं दे रही है। एक विदेशी कंपनी का सुरक्षा मंजूरी रद्द होना एक गंभीर मामला है।
BoCA ने क्यों लिया इतना बड़ा फैसला
BoCA ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यह कदम “राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए” उठाया गया है। हालांकि, सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारी को सार्वजनिक नहीं किया गया है। लेकिन, राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देना इस फैसले की गंभीरता को दर्शाता है।
एयरपोर्ट पर सेवाएं हो सकती हैं प्रभावित
सेलेबी अब भारत के किसी भी हवाई अड्डे पर सुरक्षा-संवेदनशील क्षेत्रों में काम नहीं कर पाएगी। मुंबई जैसे बड़े हवाई अड्डे पर एक वैकल्पिक ग्राउंड हैंडलिंग ऑपरेटर की ज़रूरत हो सकती है। इससे उड़ानों के संचालन और हवाई अड्डे के सामान्य कामकाज पर अस्थायी प्रभाव भी पड़ सकता है। यात्रियों को थोड़ी असुविधा का सामना करना पड़ सकता है।
सुरक्षा से कोई समझौता नहीं
यह फैसला सरकार की उस नीति को दोहराता है कि विमानन क्षेत्र में राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोपरि है। विदेशी कंपनियों को भी उच्चतम सुरक्षा मानकों का पालन करना आवश्यक है, चाहे उनका संचालन कितना भी बड़ा क्यों न हो। भारत सरकार सुरक्षा के मामले में किसी भी तरह का समझौता करने के मूड में नहीं है।
BoCA द्वारा सेलेबी की सुरक्षा मंजूरी रद्द करना भारत के विमानन क्षेत्र में सख्त सुरक्षा निगरानी और नीतिगत कठोरता का स्पष्ट संकेत है। अब हवाई अड्डा संचालकों के सामने बिना किसी रुकावट के सेवाएं जारी रखने के लिए जल्द से जल्द नए विकल्प खोजने की चुनौती होगी।
सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि भारत के राष्ट्रीय हितों के खिलाफ किसी भी गतिविधि पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कुछ सांसदों ने भी इस पूरे मामले पर चिंता व्यक्त करते हुए सरकार को पत्र लिखे हैं, और इस मुद्दे पर संसद में भी चर्चा होने की संभावना है।
यह कंपनी वर्तमान में दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोचीन, गोवा (मोपा), कन्नूर और चेन्नई जैसे देश के प्रमुख हवाई अड्डों पर काम कर रही है। इन सभी हवाई अड्डों के रणनीतिक महत्व को देखते हुए, सरकार ने उनकी गतिविधियों की गहन जांच शुरू कर दी है।
इसके अलावा, टर्किश एयरलाइंस भारत के 11 शहरों के लिए उड़ानें संचालित कर रही है और इंडिगो के साथ कोड शेयरिंग समझौते में है। इतना ही नहीं, इंडिगो ने टर्किश एयरलाइंस से विमान भी वेट लीज पर लिए हैं! साथ ही, टर्किश टेक्निक का एयर इंडिया और इंडिगो दोनों के साथ रखरखाव समझौता है। इन सभी कनेक्शनों को देखते हुए सरकार फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है ताकि सुरक्षा में कोई चूक न हो।