Maharashtra Bridge Collapse: महाराष्ट्र के पिंपरी चिंचवाड़ से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। इंद्रायणी नदी पर बना एक पुराना पुल अचानक ढह गया, जिसमें कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कुछ घायल अस्पताल में भर्ती हैं। यह घटना रविवार को दोपहर करीब 3 बजे हुई, जब पुल पर आम दिनों से ज़्यादा भीड़ थी।
घटना का विवरण और शुरुआती बचाव कार्य:
हादसे के तुरंत बाद, पुलिस और स्थानीय लोग बचाव कार्य में जुट गए। प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की दो टीमों को मौके पर रवाना कर दिया है। घायलों को तुरंत पास के अस्पतालों में ले जाया गया है, जिनमें से दो को फिलहाल भर्ती किया गया है।
पुल की उम्र और प्रत्यक्षदर्शियों का बयान:
स्थानीय विधायक सुनील शेलके ने बताया कि यह लोहे का पुल लगभग 30 साल पुराना था। हादसे के समय पुल पर करीब 100 लोग मौजूद थे। कुछ भाग्यशाली लोग पुल गिरने के बाद भी तैरकर किनारे तक पहुँचने में कामयाब रहे। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया है और बताया है कि NDRF की टीमें तेजी से राहत और बचाव का काम कर रही हैं। हालांकि, उन्होंने मौतों की संख्या पर अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी बताया। उन्होंने आशंका जताई है कि कई लोग नदी के तेज बहाव में बह गए होंगे।
लापता लोगों की संख्या और बचाव कार्य में चुनौतियाँ:
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हादसे में कम से कम 25 से 30 लोगों के नदी में बहने की आशंका जताई जा रही है। तालेगांव दाभाड़े कस्बे के पास यह पुल एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल के करीब था, जहाँ रविवार को भारी भीड़ उमड़ती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि छुट्टी का दिन होने के कारण पुल पर लोगों की आवाजाही सामान्य से काफी ज़्यादा थी।
#WATCH | Pune, Maharashtra | A bridge collapsed on the Indrayani River, near Kundamala village, under the Pimpri-Chinchwad Police station. 10 to 15 people feared trapped. 5 to 6 people have been rescued. More details awaited: Pimpri Chinchwad Police https://t.co/CiYAnNDiyS pic.twitter.com/g0jm7QE9Xv
— ANI (@ANI) June 15, 2025
पिछले दो दिनों से इलाके में हो रही भारी बारिश ने इंद्रायणी नदी का जलस्तर बढ़ा दिया है, जिससे बहाव भी तेज़ हो गया है। नदी के तेज़ बहाव के कारण बचाव कार्यों में काफी दिक्कतें आ रही हैं, क्योंकि नदी में गिरे पर्यटकों को निकालना एक बड़ी चुनौती बन गया है। यह पुल पैदल यात्रियों और बाइक सवारों के लिए बना था, और हादसे के वक्त बड़ी संख्या में लोग इसी पर मौजूद थे। फिलहाल, कितने लोगों को सुरक्षित निकाला जा सका है और कितने अभी भी लापता हैं, इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है।
यह हादसा कई सवाल खड़े करता है, खासकर पुराने इंफ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा और रखरखाव को लेकर। उम्मीद है कि बचाव कार्य जल्द से जल्द पूरा होगा और लापता लोगों का पता चल पाएगा। हमारी संवेदनाएं इस दुखद घटना से प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं।