जिस तरह से भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) को अंजाम दिया और पाकिस्तान में स्थित नौ आतंकी संगठनों को धूल चटाई, उससे भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ज़बरदस्त समर्थन मिल रहा है। दुनिया के शक्तिशाली देश खुलकर भारत के साथ खड़े हो गए हैं। गरीबी से जूझ रहा पाकिस्तान अब वैश्विक मंच पर और भी अलग-थलग पड़ता जा रहा है।

भारतीय सेना ने ऐसी तबाही मचाई है कि वहां के नेता और अधिकारी दहशत में हैं और इस हमले का जवाब कैसे दें, इसे लेकर बुरी तरह से परेशान हैं। इस बीच, पाकिस्तान के दूरसंचार मंत्री अताउल्लाह ने तो यह तक कह दिया कि भारत ने पाकिस्तान पर हमला किया है और इसमें आम नागरिकों की जान गई है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि पहलगाम हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता का कोई सबूत नहीं है। दूसरी ओर, इस हमले के बाद अमेरिका और इजरायल खुलकर भारत के समर्थन में आ गए हैं।

इजरायल खुलकर आया भारत के समर्थन में, दिया करारा संदेश

भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकियों और उनके आकाओं पर किए गए हवाई हमले के बाद इजरायल ने खुलकर भारत का समर्थन किया है। भारत में इजरायल के राजदूत रोवेन अज़र ने सोशल मीडिया पर लिखा, “इजरायल आत्मरक्षा के भारत के अधिकार का समर्थन करता है। आतंकवादियों को यह जान लेना चाहिए कि निर्दोषों के खिलाफ अपने जघन्य अपराधों से बचने के लिए उनके पास कोई ठिकाना नहीं है।” इजरायल का यह स्पष्ट समर्थन आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई को और भी मज़बूत करता है।

अमेरिका ने भी पाकिस्तान को दी कड़ी चेतावनी

इजरायल के बाद, दुनिया की महाशक्ति कहे जाने वाले अमेरिका ने भी पाकिस्तान को सख्त चेतावनी दी है। विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाकिस्तान को भारत को जवाब देने की हिम्मत न करने की सलाह दी है। रुबियो ने साफ कर दिया है कि भारत से उलझना पाकिस्तान को बहुत महंगा पड़ सकता है। अमेरिका के इस बयान से पाकिस्तान को यह एहसास हो गया होगा कि इजरायल के साथ-साथ अमेरिका भी भारत के साथ खड़ा है। यह भारत की कूटनीतिक जीत को दर्शाता है।

बढ़ गई दोनों देशों में तनाव

जानकारी के लिए बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में काफी खटास आ गई थी। पहलगाम में आतंकियों ने धर्म पूछकर 26 लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी थी। इस दर्दनाक घटना का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी विरोध हुआ था। पाकिस्तान समर्थित एक आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ इसी कायराना हरकत का मुंहतोड़ जवाब है, जिसने आतंकवादियों और उनके समर्थकों को स्पष्ट संदेश दे दिया है कि भारत अपनी सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा।