भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, केंद्र सरकार ने आज यानी 7 मई, 2025 को पूरे देश में एक अभूतपूर्व मॉक ड्रिल का आयोजन किया है। देश के 244 जिलों में नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल होगी। वहीं दूसरी ओर, मुजफ्फराबाद में नौ आतंकी ठिकानों पर अचूक हमले किए गए हैं। यह कार्रवाई बुधवार रात को सेना द्वारा की गई। रक्षा मंत्रालय ने इस बारे में जानकारी दी है। भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च कर दिया है।
इस ऑपरेशन में, भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पीओके में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर लक्षित हमले किए हैं। यह कार्रवाई लगभग 1.30 बजे की गई। यह हमला बहावलपुर, कोटली और मुजफ्फराबाद में किया गया। आ रही जानकारी के अनुसार, भारतीय वायुसेना ने इन ठिकानों को सटीक और सावधानी से निशाना बनाया है। पीआईबी ने जानकारी दी है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की योजना रणनीतिक रूप से तैयार की गई है, ताकि आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके।
सीएम योगी के अलावा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी प्रतिक्रिया दी और लिखा – भारत माता की जय। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भारतीय सशस्त्र बलों की इस कार्रवाई पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा – भारत माता की जय! बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने लिखा – जय हिंद! जय भारत! न आतंक रहेगा, न अलगाववाद! हमें अपने वीर जवानों और भारतीय सेना पर गर्व है। इन शक्तिशाली शब्दों से पूरे देश का जोश और सेना के प्रति समर्थन झलकता है।
ऑपरेशन सिंदूर
पीआईबी के अनुसार, वायुसेना के इस ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान की सैन्य सुविधाओं को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया है, यह सुनिश्चित करते हुए कि इस कार्रवाई का असली मकसद आतंकवाद को खत्म करना है, न कि पड़ोसी देश के साथ संघर्ष को बढ़ाना। वायुसेना द्वारा यह हमला भारत में लगभग 300 स्थानों पर होने वाली मॉक ड्रिल से कुछ घंटे पहले किया गया। यह स्पष्ट संकेत है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में कितना गंभीर है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
किसी भी चुनौती से निपटने की तैयारी
आज पूरे देश के 244 जिलों में नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है। यह मॉक ड्रिल ऐसे समय में हो रही है जब सीमा पर तनाव चरम पर है। इस ड्रिल का उद्देश्य देश की नागरिक सुरक्षा तैयारियों का आकलन करना और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए हमारी प्रतिक्रिया तंत्र को मजबूत करना है। इस मॉक ड्रिल में स्थानीय प्रशासन, पुलिस और अन्य आपातकालीन सेवाओं के साथ-साथ आम नागरिक भी हिस्सा ले रहे हैं। इसका मुख्य लक्ष्य लोगों को आपातकालीन स्थितियों में सुरक्षित रहने और प्रतिक्रिया करने के बारे में प्रशिक्षित करना है।