दिल्ली और हरियाणा में इन दिनों एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां हरियाणा पुलिस ने यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा ​​को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इस मामले पर अहम जानकारी देते हुए हरियाणा की गृह सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने बताया, “आज मुख्यमंत्री के साथ बैठक में राज्य में कुछ पाकिस्तानी गुर्गों की गिरफ्तारी पर चर्चा हुई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई का अभियान जारी है, अभी यह पूरा नहीं हुआ है! अन्य यूट्यूब चैनलों पर भी नजर रखी जा रही है और उनकी जांच की जा रही है।” हिसार की रहने वाली ज्योति मल्होत्रा ​​(33) अपना यूट्यूब चैनल ‘ट्रैवल विद जो’ चलाती हैं। उन्हें 16 मई को न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने बताया कि ज्योति के खिलाफ सरकारी गोपनीयता अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह घटना देश की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता पैदा करती है।

पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में ‘अब तक’ 12 लोग गिरफ्तार

ज्योति मल्होत्रा ​​उन 12 लोगों में से एक हैं जिन्हें पिछले दो सप्ताह में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा, जांचकर्ताओं ने उत्तर भारत में सक्रिय पाकिस्तान से जुड़े एक कथित जासूसी नेटवर्क की ओर इशारा किया है। इससे संकेत मिलता है कि यह सिर्फ एक व्यक्ति का मामला नहीं बल्कि एक बड़े और संगठित नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है।

ज्योति ने पाकिस्तान, चीन और अन्य देशों की यात्रा की थी

हरियाणा के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को हिसार में कहा कि केंद्रीय एजेंसियां ​​और सैन्य खुफिया अधिकारी ज्योति मल्होत्रा ​​की यात्रा के विवरण की भी जांच कर रहे हैं क्योंकि उसने कथित तौर पर पाकिस्तान, चीन और कुछ अन्य देशों की यात्रा की थी। अधिकारियों ने कहा कि घटनाओं के अनुक्रम को एक साथ जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है ताकि पता लगाया जा सके कि उसने किन देशों की यात्रा की और किस क्रम में। ज्योति के कनेक्शन और उसकी संभावित जासूसी गतिविधियों के दायरे को समझने के लिए यह जांच बेहद महत्वपूर्ण है।

ज्योति के लैपटॉप की ‘फोरेंसिक’ जांच की जाएगी

इससे पहले पुलिस ने कहा था कि ज्योति की आय के ज्ञात स्रोत उसकी विदेश यात्राओं से मेल नहीं खाते, साथ ही कहा कि उसके वित्तीय लेन-देन की भी जांच की जा रही है। पुलिस ने कहा कि ज्योति के लैपटॉप की फोरेंसिक जांच की जा रही है, साथ ही कहा कि वे उन लोगों से भी पूछताछ करेंगे जो उसके संपर्क में थे। इस मामले में यह डिजिटल साक्ष्य और वित्तीय रिकॉर्ड की जांच निर्णायक भूमिका निभाएगी।

पाकिस्तानी अधिकारी के संपर्क में थी

अधिकारी ने कहा था कि ज्योति मल्होत्रा ​​22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिवसीय सैन्य संघर्ष के दौरान कथित तौर पर नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात एक पाकिस्तानी अधिकारी के संपर्क में थी। यह खुलासा इस बात की ओर इशारा करता है कि संवेदनशील समय में ज्योति की गतिविधियां राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती थीं। यह मामला देश की सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती पेश करता है और सोशल मीडिया के संभावित दुरुपयोग को भी उजागर करता है।